दिल की बीमारी किसे हो जाए इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन ये जरूर पता चल सकता है कि किन लोगों में हार्ट अटैक की संभावना सबसे ज्यादा होती है। ज्यादातर लोगों को लगता है कि हार्ट अटैक सिर्फ पुरुषों को होता है महिलाओं को नहीं लेकिन बदलते लाइफस्टाइल के कारण आज के समय में महिलाओं को भी हार्ट अटैक की समस्या हो सकती है। आज हम आपको महिलाओं में बढ़ रहे हार्ट अटैक के कारण और इसके कुछ लक्षण बताएंगे, जिससे आप रोगी की जान बचा सकते हैं।

महिलाओं में बढ़ता हार्ट अटैक का खतरा
बदलते लाइफस्टाइल के चलते आजकल 30 से 35 साल की उम्र में भी हार्ट अटैक के मरीज सामने आ रहे हैं। महिलाओं में भी तेजी से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ रहा है। आमतौर पर माना जाता है कि हार्ट अटैक का खतरा महिलाओं की तुलना में पुरुषों को ज्यादा होता है। मगर हाल ही एक शौध में बताया गया है कि महिलाओं में भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ रहा है।

महिलाओं में हार्ट अटैक के कारण
1. पूरी नींद न लेना
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी नींद न लेना भी महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा रहा है। पूरी नींद न लेने से आर्टरी ब्‍लॉक हो जाती है, जिससे दिल के रोगों का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, हृदय रोग के कारण महिलाओं को हार्ट अटैक आने की संभावना भी बढ़ जाती है।

2. वजन कंट्रोल न करना
बढ़ती वजन आजकल महिलाओं की सबसे बड़ी समस्या है लेकिन क्या आप जानती हैं है कि इससे भी महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए अगर आपको स्वस्थ रहना है तो अपना वजन हमेशा कंट्रोल में रखें।

3. एक्सरसाइज न करना
हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करने से भी शरीर में इंसुलिन का मात्रा ठीक रहती हैं, जिससे आप दिल के रोगों से बचे रहते हैं। इतना ही नहीं, नियमित रूप से एक्सरसाइज से आप हार्ट अटैक के खतरे से भी बचे रहते हैं।

4. ब्लड प्रैशर पर नजर न रखना
ब्लड प्रैशर पर नजर न रखना भी महिलाओं की सबसे बड़ी गलती है। क्योंकि ब्लड प्रैशर बताता है कि दिल को आपके शरीर के लिए ब्लड पंप करने में कोई परेशानी तो नहीं हो रही। अगर आपको थकान, नींद की कमी और किसी तरह की कोई परेशानी दिखती है तो तुरंत चेकअप करवाएं।

5. तनाव में जीना
ऑफिस और घर संभालने के चक्कर में आजकल ज्यादातर महिलाएं तनाव और डिप्रैशन का शिकार हो जाती है, जोकि हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण है। इसलिए खुद को तनाव से दूर रखने की कोशिश करें। इसके लिए आप योग और मेडिटेशन भी कर सकती है।

6. भावनात्मक कारण
तनाव के कारण भावनात्मक महिलाएं का हार्ट ब्लड फ्लो प्रभावित होता है। जिससे उन्हें हार्ट अटैक, स्ट्रोक और बाईपास सर्जरी का खतरा रहता है। महिलाएं हर किसी से जल्दी अटैच हो जाती है। इससे किसी छोटी बात से भी उन्हें धका लग जाता है और उन्हें हार्ट अटैक आने का डर रहता है।

7. जरूरत से ज्यादा वर्कआउट
अपने आप को फिट रखने के लिए वर्कआउट करना अच्छी बात है लेकिन जरूरत से ज्यादा वर्कआउट भी सेहत को नुकसान पहुंचाता है खासकर दिल के मरीजों के लिए। जरूरत से ज्यादा वर्कईउट भी हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।

8. सिगरेट या शराब पीना
जो महिलाएं अधिक सिगरेट या शरीब पीता हैं उनके हार्ट में ब्लड पहुंचाने वाली नब्ज ब्लॉक हो जाती है, जोकि हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाता है। इसलिए फौरन स्मोकिंग बंद कर दें।

इन चीजों का रखें ध्यान
1. 35-40 की उम्र में किसी भी तरह का हार्ट डिजीज होने पर रोगुलर चेकअप करवाते रहें।
2. 30 की उम्र के बाद अपनी डाइट पर कंट्रोल रखें और लो फैट डाइट लें।
3. तंबाकू, धूम्रपान और एल्कोहल जैयी चीजों का सेवन न करें।
4. दिल पर दबाव ना डालें, नियमित और उचित व्यायाम करें।
5. अपने कॉलेस्ट्रॉल का ध्यान रखें, क्योंकि ज्यादा कॉलेस्ट्रॉल से दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है।
6. सीने में हल्की सी भी बेचैनी, पसीना, जबड़े, गर्दन, बाजू और कंधों में दर्द, सांस का टूटना बिल्कुल नजर अंदाज ना करें। इन लक्षणों के नजर आने पर तुंरत मेडिकल सहायता लें।